एंटीऑक्सीडेंट क्या होते हैं और ये शरीर के लिए क्यों ज़रूरी हैं?
Sep 22, 2025
परिचय
आजकल आप अक्सर सुनते होंगे – “एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल खाएँ”, “ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं”, या “एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स सेहत के लिए अच्छे होते हैं”। लेकिन असल में एंटीऑक्सीडेंट होते क्या हैं? और हमारे शरीर को इनकी ज़रूरत क्यों होती है?
साधारण भाषा में कहें तो – एंटीऑक्सीडेंट शरीर के सेल्स (कोशिकाओं) के रक्षक हैं, जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स से लड़कर शरीर को बीमारियों और समय से पहले बुढ़ापे से बचाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट क्या होते हैं?
एंटीऑक्सीडेंट प्राकृतिक यौगिक (compounds) हैं जो शरीर में मौजूद हानिकारक अणुओं यानी फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं।
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फ्री रेडिकल्स – अस्थिर अणु, जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाते हैं।
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एंटीऑक्सीडेंट – ये उन फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय कर देते हैं और सेल्स की रक्षा करते हैं।
आसान तुलना: जैसे जंग लोहे को खराब कर देती है, वैसे ही फ्री रेडिकल्स शरीर को नुकसान पहुँचाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट उस “जंग” को रोकने का काम करते हैं।
शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का महत्व
एंटीऑक्सीडेंट का काम सिर्फ बीमारी से बचाना ही नहीं है, बल्कि ये पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं:
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दिल की सेहत में सुधार – LDL (बुरा कोलेस्ट्रॉल) को ऑक्सीडेशन से बचाते हैं।
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कैंसर से बचाव – DNA को नुकसान से बचाते हैं।
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डायबिटीज नियंत्रण – इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाते हैं।
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त्वचा की सुरक्षा – झुर्रियों और उम्र बढ़ने के लक्षणों को धीमा करते हैं।
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दिमाग की सेहत – अल्ज़ाइमर और पार्किंसन जैसी बीमारियों से बचाव।
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इम्यूनिटी बूस्ट – संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।
जब शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बहुत बढ़ जाती है तो उसे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कहते हैं। यही स्ट्रेस दिल की बीमारी, कैंसर, मधुमेह और समय से पहले बुढ़ापे की सबसे बड़ी वजह माना जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट = ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा।
एंटीऑक्सीडेंट के प्रकार
कुछ प्रमुख एंटीऑक्सीडेंट हैं:
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विटामिन A (बीटा-कैरोटीन, रेटिनॉल): आंखों और इम्यूनिटी के लिए।
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विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड): इम्यूनिटी बूस्टर और त्वचा रिपेयर।
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विटामिन E (टोकोफेरोल): त्वचा और कोशिकाओं की सुरक्षा।
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सेलेनियम: मेटाबॉलिज़्म और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए।
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पॉलीफेनॉल और फ्लेवोनॉयड्स: चाय, कोको और बेरीज़ में पाए जाते हैं।
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लाइकोपीन: टमाटर और तरबूज में, दिल और प्रोस्टेट की सेहत के लिए।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ
अगर आप रोज़ाना अपनी डाइट में ये चीजें शामिल करें तो शरीर को पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट मिल सकते हैं:
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फल: ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, सेब, संतरा, अंगूर।
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सब्जियाँ: पालक, ब्रोकोली, गाजर, शिमला मिर्च।
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ड्राई फ्रूट्स और बीज: बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज, अलसी के बीज।
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ग्रीन टी और हर्बल टी: पॉलीफेनॉल और कैटेचिन से भरपूर।
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डार्क चॉकलेट: 70% से अधिक कोको वाली।
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टमाटर और तरबूज: लाइकोपीन का अच्छा स्रोत।
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दालें और चना: पॉलीफेनॉल और फाइबर।
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फैटी फिश (सालमन, टूना): ओमेगा-3 और सेलेनियम।
त्वचा और एंटीऑक्सीडेंट
क्या आप जानते हैं कि एंटीऑक्सीडेंट स्किनकेयर प्रोडक्ट्स से ज़्यादा आपके खाने से असरदार होते हैं?
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विटामिन C + E का कॉम्बिनेशन त्वचा को झुर्रियों से बचाता है।
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बीटा-कैरोटीन सूरज की किरणों से सुरक्षा देता है।
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पॉलीफेनॉल्स प्रदूषण से होने वाले नुकसान को रोकते हैं।
उम्र बढ़ने और एंटीऑक्सीडेंट
शरीर का समय से पहले बूढ़ा होना ज़्यादातर फ्री रेडिकल्स की वजह से होता है।
अगर आप नियमित रूप से एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लेंगे तो:
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झुर्रियाँ देर से आएंगी।
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स्मृति शक्ति बेहतर रहेगी।
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ऊर्जा बनी रहेगी।
प्राकृतिक बनाम सिंथेटिक एंटीऑक्सीडेंट
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प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट: फल, सब्जियाँ, चाय, नट्स आदि।
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सिंथेटिक एंटीऑक्सीडेंट: सप्लीमेंट्स या प्रोसेस्ड फूड्स में।
WHO और हार्वर्ड हेल्थ दोनों ही मानते हैं कि प्राकृतिक स्रोत ज्यादा सुरक्षित और असरदार होते हैं।
डेली डाइट में एंटीऑक्सीडेंट कैसे बढ़ाएँ?
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दिन में कम से कम 5 सर्विंग फल और सब्ज़ियाँ खाएँ।
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स्नैक्स में तले हुए खाने की जगह नट्स/बीज लें।
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मीठे ड्रिंक्स की जगह ग्रीन टी पिएँ।
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ऑलिव ऑयल और सरसों का तेल इस्तेमाल करें।
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हर मील में अलग रंग के फल-सब्जियाँ शामिल करें (रेनबो डाइट)।
विश्वसनीय संगठनों के फैक्ट्स
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WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन): रोज़ाना फल और सब्ज़ियों का सेवन दिल और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा 30% तक कम करता है।
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NIH (National Institutes of Health): ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस उम्र और बीमारियों की प्रमुख वजह है।
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Harvard Health: विटामिन C और E जैसे एंटीऑक्सीडेंट दिल और कैंसर से सुरक्षा देते हैं।
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Mayo Clinic: बेरीज़, ग्रीन टी और नट्स से भरपूर डाइट लंबे जीवन से जुड़ी हुई है।
निष्कर्ष
एंटीऑक्सीडेंट कोई फैशन ट्रेंड नहीं, बल्कि हमारे शरीर की ज़रूरत हैं। ये कोशिकाओं की रक्षा करते हैं, बीमारियों से बचाते हैं और आपको लंबे समय तक स्वस्थ रखते हैं।
याद रखें: प्राकृतिक आहार ही सबसे अच्छे एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत है।
रंग-बिरंगे फल, सब्जियाँ, नट्स, ग्रीन टी और होल ग्रेन रोज़ाना खाकर आप अपने शरीर को मजबूत और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
FAQs
एंटीऑक्सीडेंट क्या है आसान भाषा में?
ये ऐसे प्राकृतिक तत्व हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कैसे फायदा पहुँचाते हैं?
ये बीमारियों से बचाते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी करते हैं।
कौन से फल और सब्जियाँ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं?
बेरीज़, संतरा, पालक, गाजर और टमाटर।
क्या एंटीऑक्सीडेंट कैंसर से बचाते हैं?
हाँ, ये DNA को नुकसान से बचाते हैं और कैंसर का खतरा कम करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स लेना ज़रूरी है?
नहीं, प्राकृतिक आहार सबसे अच्छा स्रोत है। सप्लीमेंट्स का ओवरडोज़ हानिकारक हो सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का क्या संबंध है?
एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को रोकते हैं और शरीर को सुरक्षित रखते हैं।
क्या एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को जवान रखते हैं?
हाँ, ये झुर्रियों को कम करते हैं और त्वचा को चमकदार रखते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी कैसे बढ़ाते हैं?
विटामिन C और E जैसे एंटीऑक्सीडेंट संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
बच्चों और बुजुर्गों को एंटीऑक्सीडेंट क्यों ज़रूरी हैं?
ये हर उम्र में ज़रूरी हैं – बच्चों की ग्रोथ और बुजुर्गों की सेहत दोनों के लिए।
एंटीऑक्सीडेंट की कमी से क्या होता है?
कमी से उम्र जल्दी बढ़ती है, बीमारियों का खतरा बढ़ता है और इम्यूनिटी कमज़ोर हो जाती है।
